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Beautiful Lines Said By A Chahat-E-Musafir - Hindi Sms

शांति चाहता था मैं
पर शांति ढूंढ ना पाया।

एकता चाहता था मैं
पर एकता रख ना पाया।

सबमे समानता चाहता था मैं
पर जात पात को मिटा ना पाया।

रोज मंदिर भी जाता था मैं
पर सब में खुदा देख ना पाया।

– Hindi Sms

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