प्यार के गीत गाते रहो
तुम सदा यूं ही मुस्कुराते रहो।ज़िंदगी की बड़ी है कठिन डगर,
ख़ुशियों के गीत सदा गुनगुनाते रहो।हंसते-हंसते ये रास्ता कट जाएगा,
गम का बादल सदा यूं ही छंट जाएगा।प्रेम की डोर यूं ही पकड़ कर चलो,
कुछ ना कुछ बोझ जीवन का बंट जाएगा।उदासी न हो ना ही अफ़सोस हो,
मन में यूं ही हमारे नया जोश हो।प्रीत पलती रहे ज़िंदगी में सदा,
मन में अपने न कोई आक्रोश हो।प्यार के गीत गाते रहो………….।।
~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’
– Hindi Poems
प्यार के गीत गाते रहो | जोश और उमंग से भरी कविता - Hindi Poems
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June 05, 2021