मिलते अगर हम तो क्या एहसास होता
धड़कते दिल में क्या क्या ज़ज़्बात होताबहते आँखों से आंसू, या लब खिलखिलाते
या दोनों के संगम का, एक साथ एहसास होताकरते ढेर सारी बातें, या चुप मुस्कुराते
चलते साथ साथ और हाथो में हाथ होतारुकते फिर बहाने से, देखने को आखें
निगाहों ही निगाहों में, उमड़ता वो प्यार होताबैठ कर कही, सीने से तेरे लग जाते
रुक जाए अब पल यही, ऐसा विचार होतामिलते अगर हम तो क्या एहसास होता
धड़कते दिल में क्या क्या ज़ज़्बात होता
– Hindi Poems
मिलते अगर हम तो क्या एहसास होता - Hindi Poems
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June 05, 2021
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