जो देखे वही हैरान हो जाए
दुश्मन भी तेरा कद्रदान हो जाएआग बन जाए गुलिस्तां यहां
गर कामिल तेरा ईमान हो जाएइतना भी अकेला न रहना कभी
के खाली दिल का मकान हो जाएबोझिल लगने लगती हैं ये साँसें
ज़िन्दगी जब इम्तिहान हो जाएसुनता नहीं वो फिर किसी की
जब दिल यह बेईमान हो जाएअल्फ़ाज़ कहो न उर्दू में कुछ
शहद सी यह जुबान हो जाए– Hindi Poems
जो देखे वही हैरान हो जाए दुश्मन भी तेरा कद्रदान हो जाए - Hindi Poems
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June 05, 2021
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