RANDOM / BY LABEL (Style 2)

आजकल के आशिक़ और उनकी आशिकी पर शायरी - Love Shayari

सपना देखते हैं रात को आशिकी का
और डरते हैं की जल्दी सुबह ना हो
माशूक़ ढूंढते हैं खूबसूरत कोई…
और डरते हैं की वो बेवफा ना हो

 

 

– Love Shayari

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.