बन कर कुदरत का कहर पूरी दुनिया पर है बरसा
वक्त कुछ यूं बदला कि इंसान सांसों तक को है तरसा
अब भी वक्त है संभल जाओ यारों
कही बाद में ना कहना पड़े अब तो बीत चुका हैं अरसा।
~ Abhishek Mishra
– Sad Shayari
कुदरत का कहर पूरी दुनिया पर - Sad Shayari
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June 05, 2021