नाराज़गी तेरी बेफज़ूल ही सही
मनाने को कब इंकार किया
कर गुजरे ना जाने क्या क्या
पुछो जिस ने एक तरफा प्यार किया
~ शोभित राजपूत
– Sad Shayari
एक तरफा प्यार - Sad Shayari
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June 05, 2021
नाराज़गी तेरी बेफज़ूल ही सही
मनाने को कब इंकार किया
कर गुजरे ना जाने क्या क्या
पुछो जिस ने एक तरफा प्यार किया
~ शोभित राजपूत
– Sad Shayari