मौसम से हरियाली गायब
जीवन से खुशहाली गायबईयरफ़ोन हुआ है गहना
अब कानों से बाली गायबईद खुशी की आये कैसे
होली गुम दीवाली गायबउतरा है आँखों का पानी
औ चेहरे की लाली गायबअफ़वाहों के बम जिन्दा हैं
बातें भोली -भाली गायबमीठापन भी ज़हर हुआ है
वो मिश्री सी गाली गायबडॉ० विनय मिश्र
– Hindi Poems
Short Hindi Kavita About Badalti Duniya Badalte Log - Hindi Poems
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June 05, 2021
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