कोई टोपी तो कोई अपनी पगड़ी बेच देता है
मिले अगर भाव अच्छा, जज भी कुर्सी बेच देता है,जला दी जाती है ससुराल में अक्सर वही बेटी
के जिस बेटी की खातिर बाप किडनी बेच देता है,कोई मासूम लड़की प्यार में कुर्बान है जिस पर
बनाकर वीडियो उसका, वो प्रेमी बेच देता है,ये कलयुग है, कोई भी चीज़ नामुमकिन नहीं इसमें
कली, फल फूल, पेड़ पौधे सब माली बेच देता है,किसी ने प्यार में दिल हारा तो क्यूँ हैरत है लोगों को
युद्धिष्ठिर तो जुए में अपनी पत्नी बेच देता है….!!!– Hindi Poems
True Lines Aajkal Ke Insano Ke Bare Mein - Hindi Poems
0
June 05, 2021
Tags