बिछड गया … बिछड गया कोई हमसे अपना करीबी वक्त की मार में कोई हो गया अंजान हमसे किसमत की इस चाल में टूट कर बिखर गये अरमान मेरे इस कदर फिर टूट गया मेरे इस दिल का भी सबर बिछड गया कोई हमसे अपना पहली दफह किसी को इतना चाह था मैनें उसे फिर […]
– Hindi Shayari